हमे यह याद रखना होगा कि हम जंगली सभ्यता से मौजूदा मार्डन सभ्यता में धरती के सबसे संतुलित समय में आए हैं।
2.
हम देख रहे हैं कि देखते देखते योरप की अनेक जातियां असभ्य और जंगली सभ्यता से निकल निकल कर योरप के वर्तमान भौतिकवाद मं विली हो गयी।
3.
यह इस देश का गौरव रहा है कि पश्चिमी विश्व जब जंगली सभ्यता के आंचल में ढँका था तो एशिया महाद्वीप के इस भारत देश में एक अत्यन्त विकासमान सभ्य लोग रहते थे।
4.
जब ' द्विखंडित ' पढ़ा था, तब लगा था कि बांग्लादेशी ही इतने असहिष्णु हैं, बांग्लादेशी ही इतने जंगली सभ्यता के पोषक हैं, बांग्लादेशी ही इतने अतार्किक हैं कि एक सच कहने वाली औरत को रहने के लिए पूरे देश में ठौर ही नहीं मिलती।